गुरुवार, 31 मार्च 2022

सारथी

है सारथी ये कैसा युग आया, दुर्योधन बना राजा और बाकि बने मंत्री संतरी, छल या यूं कहें बदले चेहरे पर लड़ाई लड़ी और मिला सत्ता का सुख, प्रजा भड़कती रही 80:20 के खिंचे गये रास्ते में, चलो चुनावी बेला निकली तो कुछ काम भी हो जाये, जो वादे भी किये निभाये जाय।